कर्मयोगी संघ प्रचारक श्री दिनेश गोयल जी का निधन
Oct. 22, 2021कर्मयोगी संघ प्रचारक श्री दिनेश गोयल जी का निधन
श्री दिनेश गोयल जी का दुःखद निधन दिल्ली स्थित विश्व हिन्दू परिषद केन्द्रीय कर्यालय में दिनांक 21 अक्टूबर, 2021 को रात्रि 10.40 बजे हुआ।
श्री दिनेश गोयल जी का जन्म भिवानी (हरियाणा) के एक गांव में वर्ष 1943 में हुआ। बचपन से ही आप एक मेधावी छात्र थे तथा छात्र जीवन से ही राष्ट्रवादी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सम्पर्क में आ गये। अपनी उच्च शिक्षा के बाद धर्म एवं राष्ट्र की सेवा हेतु आपने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित करने का निर्णय लिया।
इस प्रकार आपका संघ जीवन वर्ष 1967 फरीदाबाद टाऊन, नगर प्रचारक के रूप में प्रारम्भ हुआ। आपने वर्ष 1971 में रोपड़, वर्ष 1973 में तरनतारन (अमृतसर) तथा वर्ष 1975 में मोगा (फरीदकोट) में जिला प्रचारक के रूप में दायित्व का निर्वहन किया। उसी दौरान कांग्रेस के द्वारा लगाये गये आपातकाल के समय में तत्कालीन तानाशाही सरकार ने आपको गिरफ्तार कर भटिण्डा जेल में भेज दिया, जहाँ पर आप वर्ष 1975 से वर्ष 1977 तक दो वर्ष की अवधिकाल तक रहे। जेल से छूटने के पश्चात् आपको वर्ष 1980 में भटिण्डा जैसे महत्वपूर्ण स्थान के जिला प्रचारक से विभाग प्रचारक का दायित्व सौंपा गया। पंजाब में फैला वर्ष 1984 के दंगों के बीच में आपने अमृतसर में घोष प्रमुख के साथ ही साथ प्रान्तीय कार्यालय प्रमुख का भी दायित्व संभाला और वर्ष 1985 में आपका केन्द्र पंजाब से जम्मू कर दिया गया जहाँ पर आपने जम्मू विभाग प्रचारक का दायित्व संभाला।
जम्मू प्रान्त में कार्य विस्तार हेतु राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने वर्ष 1987 में आपको विश्व हिन्दू परिषद में भेजा। जहाँ पर विश्व हिन्दू परिषद की योजना से आपको जम्मू प्रान्त संगठन मंत्री का दायित्व दिया गया। तत्पश्चात् वर्ष 1988 में महाकौशल प्रान्त के संगठन मंत्री में रूप में आपने अनेक वर्षों तक कार्य किया। उन दिनों अण्डमान निकोबार के वनवासी क्षेत्रों में संगठन के कार्य विस्तार हेतु संगठन का कार्य करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य था। आपने इस चुनौती को सहजता के साथ स्वीकार किया और वि.हि.प. की योजना से वर्ष 1991 से लेकर वर्ष 2000 तक अण्डमान-निकोबार में सफलतापूर्वक संगठन के कार्य का विस्तार किया।
तत्पश्चात् वर्ष 2000 में आपका केन्द्र पटना स्थानान्तरित कर दिया गया। जहाँ पर आपने दक्षिण बिहार प्रान्त संगठन मंत्री के रूप में अपने दायित्व का निर्वहन किया। आपकी कार्य कुशलता को ध्यान में रखते हुये वर्ष 2003 में नेपाल जैसे एक प्रमुख देश में विश्व हिन्दू परिषद के कार्य-विस्तार हेतु आपको दायित्व सौंपकर आपका केन्द्र काठमाण्डू कर दिया गया। अण्डमान निकोबार में संगठन कार्य हेतु आपकी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुये पुनः आपको वर्ष 2005 में अण्डमान निकोबार के प्रान्त संगठन मंत्री का दायित्व दिया गया।
वर्ष 2009 में विश्व हिन्दू परिषद के संगठन विस्तार के क्रम में ‘‘विशेष सम्पर्क विभाग’’ नामक एक नया आयाम बनाया गया जिसकी शुरूआत कोलकाता से हुई और आपको कोलकाता-विशेष सम्पर्क विभाग के प्रथम प्रान्त प्रमुख का दायित्व सौंपा गया।
कालान्तर में वर्ष 2012 से वर्ष 2021 (अंतिम सांस तक) विशेष सम्पर्क विभाग के कार्यालय प्रमुख के नाते दिल्ली स्थित विश्व हिन्दू परिषद केन्द्रीय कार्यालय में आपका केन्द्र रहा। साथ ही आपने स्वयं प्रेरणा से विश्व हिन्दू परिषद केन्द्रीय कार्यालय के आस-पास की सेवा बस्तियों के छोटे बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कार हेतु अनेकानेक कार्य करते रहे।
ऐसे ज्येष्ठ संघ प्रचारक का निधन हम सभी के लिए दुःखद और अपूरणीय क्षति है। हम उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।