असम के दीमा हसाओ में विहिप संगठन महमंत्री श्री विनायक राव देशपांडे ने किया विद्यालय भवन का उद्घाटन।

March 24, 2023

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असम के दीमा हसाओ जिला में कालाचंद गांव में विश्व हिंदू परिषद द्वारा 1984 में एक प्राथमिक विद्यालय प्रारंभ किया गया था। इस विद्यालय के छात्र उच्च शिक्षा प्राप्त कर अनेकों महत्वपूर्ण स्थानों तक पहुंचे। समय के साथ यह विद्यायल धीरे-धीरे हाई स्कूल तक हो गया। पिछले सात वर्षों में विद्यालय जिला के वरीयता सूची में अपना स्थान रखता है, वर्ष 2021-22 में इस विद्यालय के सभी छात्र प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुऐ। बिना किसी भवन का यह विद्यालय शिक्षक और विद्यार्थियों के परिश्रम से यह उपलब्धि प्राप्त करता रहा। विद्यालय के भवन के अभाव की पूर्ति के लिए दीमा हसाओ ऑटोनॉमस काउंसिल ने एक विद्यालय भवन का निर्माण किया, जिसका उद्घाटन वर्ष प्रतिपदा अर्थात 22 मार्च 2023 को विश्व हिन्दू परिषद केंद्रीय संगठन महामंत्री माननीय विनायक राव देशपांडे के कर कमलों द्वारा किया गया। इस विद्यालय में 18 कमरे, प्रधानाचार्य कक्ष और शिक्षक कक्ष बनाये गए हैं। इस उद्घाटन कार्यक्रम में दीमा हासाओ जिला के मुख्य कार्यकारी सदस्य लोकप्रिय नेता श्रीमान देवो लाल गर्लॉशा, ऑटोनॉमस काउंसिल की चेयरमैन श्रीमती रानू लंगथासा जी, ई एम श्रीमान रतन जयराम बुसाजी, काउंसिल के अन्य पदाधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमान सोमेन्द्र लोंगमयलय, विभाग कार्यवाह, विभाग प्रचारक श्रीमान राजीव मलिक, विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्र संगठन मंत्री श्री दिनेश कुमार तिवारी, प्रांत संगठन मंत्री पूर्णचंद्र मंडल, विभाग मंत्री रजत मुनि थौसेन, जिले के विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष श्रीमान अनिल ड़ौला गुपु, पूर्वांचल जनजाति सेवा समिति के संगठन मंत्री श्रीमान दिवाकर बोरा जी, उत्तर पूर्वांचल जनजाति सेवा समिति के अध्यक्ष श्रीमान संदेश अर्दव जी एवं गाँव के गणमान्य व्यक्ति, विद्यालय कमेटी, आचार्य, विद्यार्थी, छात्रों के अभिभावक भारी सँख्या में उपस्थित थे। विद्यालय के उद्घाटन कार्यक्रम में श्रीमान देवलाल गर्लोसा जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि शिक्षा के विकास से ही समाज का विकास संभव है और शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने प्रारंभ काल से ही जोर दिया है और आने वाले समय में दीमहासाओ जिला में शिक्षा का एक अच्छा माहौल खड़ा होगा, ऐसा विश्वास है। आज भी असम के माध्यमिक परीक्षा में दीमा हसाओ का दूसरा स्थान है। आगे आने वाला समय यहाँ के शिक्षा को प्रथम अंक तक ले जाने का प्रयास संपूर्ण रूप से सरकार का, समाज के सहयोग से, अभिभावक तथा शिक्षकों के प्रयास से संभव होगा। मुख्य वक्ता के रूप में विहिप के केन्द्रीय संगठन महामंत्री मा. विनायकराव देशपांडे जी ने अपने वक्तव्य में समाज के संरक्षण करने, धर्म की रक्षा करने तथा समाज में जागरण करने का काम विश्व हिंदू परिषद 59 वर्षो से करता रहा है। भारत और भारत के बाहर हिंदुओं के स्वाभिमान की रक्षा तथा संरक्षण का काम विश्व हिंदू परिषद निरंतर कर रहा है, चाहे वह राम मंदिर का निर्माण हो, चाहे विभिन्न प्रकार के स्वाभिमान के जागरण के काम हो, सभी काम को विहिप अच्छे ढंग से कर रहा है, सेवा के क्षेत्र में भी 7700 से अधिक सेवा प्रकल्प विश्व हिंदू परिषद चलाता है। युवाओं के बीच में बजरंग दल, दुर्गा वाहिनी, मातृशक्ति, गोरक्षा, धर्म प्रसार तथा विभिन्न प्रकार के समाज के बीच में विश्व हिंदू परिषद काम खड़ा किया है। धीरे-धीरे अपने पूर्वांचल में भी विश्व हिंदू परिषद का काम बढ़ रहा है। देश के लगभग प्रत्येक जिले में अपनी समितियाँ हैं, लगभग 70000 समिति विश्व हिंदू परिषद की हैं तथा आगे आने वाले समय में विश्व हिंदू परिषद आगे आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए जागरण और संगठन के माध्यम से समाज में एक नई ऊर्जा खड़ा करेगा, जिससे हिंदू समाज स्वाभिमान के साथ अपने धर्म सँस्कृति की रक्षा करने में सफल होगा। विश्व हिंदू परिषद अपनी स्थापना के समय से ही शिक्षा के क्षेत्र में काम प्रारंभ किया है। 1964 में विश्व हिंदू परिषद की स्थापना के बाद महाराष्ट्र और गुजरात के बॉर्डर पर एक छात्रावास प्रारंभ किया और उसी के साथ हाफलोंग में 1972 में छात्रावास प्रारंभ किया गया, आज उसका परिणाम हम देख रहे हैं। विद्यालय से अच्छे-अच्छे विद्यार्थी छात्रावास से पढ़ाई करके, अपने व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। आगे आने वाला समय हिंदू समाज के लिए गौरव और स्वाभिमान के साथ जीने का होगा और शिक्षा के साथ सँस्कार का भी जागरण होगा। पूरे देश में हिंदुओं का स्वाभिमान जगाने में हिंदू संगठन के रूप में विश्व हिंदू परिषद सफलता की तरफ बढ़ रहा है। कार्यक्रम में एक भव्य भवन के उद्घाटन के साथ बालकों तथा बालिकाओं के लिए एक छात्रावास की आधारशिला माननीय विनायक जी ने रखी, जो आने वाले समय में बहनों की भी शिक्षा के लिए आदर्श प्रकल्प खड़ा होगा। दूर-दूर से बालकों को आने में दिक्कतें होती थी, इसके लिए एक बस की भी आवश्यकता थी, इसका भी उद्घाटन माननीय विनायक जी ने आज की है। प्रकृति की रक्षा के लिए एक वृक्ष लगाकर समाज को आवाहन किया कि वृक्ष बचेगा तभी मनुष्य बचेगा, तभी सँस्कृति बचेगी। दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम प्रारंभ हुआ और शांति मंत्र के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ। सभी को भोजन-प्रसाद की व्यवस्था थी। उत्साह और उमंग के बीच में यह कार्यक्रम संपन्न हुआ। यह जो प्रकल्प है, जेनेरिक हिंदू एकेडमी नाम से यह प्रकल्प चलता है। आगे आने वाले समय में समाज की शक्ति का यह एक केंद्र खड़ा होगा, ऐसा विश्वास है, हजारों लोगों की तपस्या का परिणाम, श्रद्धा का केंद्र, यह खड़ा होगा, यह सभी के आँखों में यही विश्वास और दर्शन है, यह सफलता की और बढ़ रहा है।