सर्वजातीय हिंदू महापंचायत व पूज्य संतों की अगुवाई में विश्व शांति, कल्याण व बंधुत्व की कामना के साथ संपन्न हुई ब्रजमंडल चलाभिषेक यात्रा



प्रेस विज्ञप्ति:
 
सर्वजातीय हिंदू महापंचायत व पूज्य संतों की अगुवाई में विश्व शांति, कल्याण व बंधुत्व की कामना के साथ संपन्न हुई ब्रजमंडल चलाभिषेक यात्रा
 
गुरुग्राम। अगस्त 28, 2023। सर्वजातीय हिंदू महापंचायत के आह्वान पर, पूज्य संतों के मार्गदर्शन में, विश्व हिंदू परिषद के साथ आज संपूर्ण मेवात क्षेत्र के हिंदू समाज ने सामूहिक रूप से संगठित होकर न सिर्फ पांडव कालीन प्राचीन मंदिरों में जलाभिषेक किया अपितु, हर्षोल्लास पूर्वक अपनी यात्रा अधूरी जलाभिषेक यात्रा भी पूर्ण की।
आज दोपहर 12 बजे नूंह के नल्हड़ महादेव मंदिर में सबसे पहले पूज्य संतों के मार्गदर्शन में महापंचायत के प्रमुख श्री अरुण जैलदार व विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय कार्याध्यक्ष व वरिष्ठ अधिवक्ता श्री आलोक कुमार ने भगवान भोले शंकर का आह्वान कर जलाभिषेक किया और संपूर्ण हिंदू समाज के मंगल की कामना की। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि हिंदू समाज विजयी है और विजयी ही रहेगा। हमने यह यात्रा विश्व शांति, विश्व कल्याण व विश्व बंधुत्व के लिए पूर्ण की है। हमें संतोष है कि इसके सामने बाधाएं खड़ी करने वाले सफल नहीं हुए। इस वर्ष जी 20 की बाध्यताएं थीं, अगले वर्ष हम इस यात्रा को व्यापक पैमाने पर पुन: करेंगे।
मेवात की 52 पाल के प्रधान श्री अरुण जैलदार ने सभी पूज्य संतों व आगंतुकों का अभिनंदन कर जलाभिषेक प्रारंभ किया और मेवात सहित संपूर्ण विश्व के हिंदुओं के मंगल की कामना की।
जलाभिषेक का मार्गदर्शन वरिष्ठ और पूज्य संतों ने किया जिनमें महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी धर्मदेव जी महाराज, पूज्य नारायण गिरी जी महाराज, पूज्य श्री नरेंद्र गिरी जी महाराज, पूज्य श्री जितेंद्रानंद जी महाराज और पूज्य श्री नवल किशोर दास जी महाराज के अतिरिक्त अनेक संत बृंद उपस्थित थे।
हरियाणा के अन्य 27 जिलों के 63 मंदिरों में जुटे हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान भोले का अभिषेक किया।
मेवात की यात्रा में सामिल अन्य प्रमुख लोगों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह प्रांत संघ चालक श्री प्रताप जी, प्रांत प्रचारक श्री विजय जी व विश्व हिंदू परिषद के प्रांत अध्यक्ष रिटायर्ड जस्टिस पवन कुमार जी सहित मेवात क्षेत्र के अनेक पंचायतों के प्रधान व गणमान्य लोग उपस्थित थे। शांतिपूर्ण, सौहार्द और उल्लास के साथ निकाली गई यह यात्रा सायं 4:00 बजे क्षीरेश्वर महादेव मंदिर होते हुए सिंगार गांव के श्रृंगार मंदिर में पूर्ण हुई।