Shri Ram Janmabhoomi invitation to more than 10 crore families of the globe: Alok Kumar | 10 करोड़ से अधिक परिवारों को देंगे श्रीराम जन्मभूमि का निमंत्रण: आलोक कुमार
Press Statement :
Shri Ram Janmabhoomi invitation to more than 10 crore families of the globe: Alok Kumar
New Delhi. November 13, 2023. Vishwa Hindu Parishad's Central working President and senior advocate Shri Alok Kumar today said that, on the call of Shri Ram Janmabhoomi Tirtha Kshetra, we will extend invitation to more than 10 crore families in the country and abroad, in connection with the consecration program of Ram Lala, to be held in
Ayodhya in the coming January. On this day, about 4000 prominent saints of all Hindutva traditions, prominent officials of VHP and senior social, cultural and creative leadership of the country will participate in Ayodhya.
He said that we Diwali marks the celebration of Bhagwan Shri Ram's return to Ayodhya after 14 years, but on 22nd January 2024, the world will be celebrating the second Diwali when Ram ji will return to his birthplace after 500 years, at the time of ‘Amrit kaal’ of Bharat’s independence. Therefore, it is necessary that the entire Hindu society from around the world should directly participate in this 'Pran Pratistha' ceremony. All Ram devotees cannot be called to Ayodhya on the same day, therefore, our call is that Hindus all over the world should consider the temple in their locality or village as Ayodhya and gather there, perform puja, worship and rituals as per the tradition there, chant the 'vijay maha mantra' “Shri Ram Jai Ram Jai Jai Ram” given by the revered saints, watch the live telecast of the grand divine program of Ayodhya, offer prayers iand Aarti and join hands to share prasad and enjoy this historic event by witnessing it.
The VHP Working President said in a press conference held in Delhi that the pious ‘Akshat’ (yellow rice) kalash sanctified in the Shri Ram Janmabhoomi Temple on 5th November 2023 has been sent to 45 provinces formed as per the vision the organization's structure. Taking this invitation on the call of Teerth Kshetra Trust, the workers of Vishwa Hindu Parishad, along with other Hindu organizations, will visit Hindu families in the cities and villages of the country between 1st to 15th January'24. A similar program has also been organized for Hindus living abroad. Along with this invitation, we will also give a picture of Bhagwan Ram, and His temple, with other necessary information to each family, to be kept in puja . Our assessment so far is that this event will definitely take place in more than 5 lakh temples across the world and millions of Hindus will participate in it.
This time we are not going to the society to seek anything. Therefore, the teams or workers engaged in this work will not accept any gift, donation or other materials.
He also said that lakhs of Hindus have participated in the campaign to liberate Shri Ram Janmabhoomi, that has been going on since 1984. Many liberation warriors who sacrificed their life for this cause are no longer in this world, and their families would want to see the fulfilment of their dream. For this purpose, VHP has categorized the country into 45 provinces, and requested each province to visit Ayodhya on a fixed day between January 27 and February 22. Arrangements have been made for darshan of about 1 lakh people.
He called upon every Hindu family to light at least 5 lamps on the auspicious night of 22nd January'24 and visit Ayodhya with family and friends on any day thereafter. Vishwa Hindu Parishad is confident that this temple of Ram ji will spread harmony, unity and self-respect among the Hindus across the world and will emerge as a national temple to take Bharat towards its ultimate glory.
Issued by:
Vinod Bansal
National Spokesperson
Vishwa Hindu Parishad
प्रेस वक्तव्य:
10 करोड़ से अधिक परिवारों को देंगे श्रीराम जन्मभूमि का निमंत्रण: आलोक कुमार
नई दिल्ली। नवंबर 13, 2023। विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय कार्याध्यक्ष व वरिष्ठ अधिवक्ता श्री आलोक कुमार ने आज कहा है कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के आह्वान पर अयोध्या में आगामी जनवरी में होने वाले राम लला के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के निमित्त हम 10 करोड़ से अधिक परिवारों को निमंत्रण देंगे। अयोध्या में इस दिन हिंदुत्व की सभी छटाओं के लगभग 4000 प्रमुख संत, विहिप के प्रमुख पदाधिकारी और देश का वरिष्ठ सामाजिक, सांस्कृतिक एवं रचनात्मक नेतृत्व सामिल होगा।
उन्होंने कहा कि हम भगवान श्रीराम के 14 वर्ष बाद अयोध्या लौटने की खुशी में दिवाली मनाते हैं किन्तु, आगामी 22 जनवरी को तो वह दूसरी दीपावली होगी जब रामजी 500 वर्षों के बाद, भारत की स्वतंत्रता के अमृत वेला में अपने जन्म-स्थान पर लौटेंगे। इसलिए यह आवश्यक है कि विश्व का समस्त हिन्दू समाज इस प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रत्यक्ष शामिल हो। सब रामभक्तों को तो उसी दिन अयोध्या नहीं बुलाया जा सकता। इसलिए हमारा आह्वान है कि विश्व भर के हिंदू अपने मुहल्ले या गांव के मंदिर को ही अयोध्या मानकर वहां एकत्र हों। वहाँ की परंपरानुसार पूजा-पाठ, आराधना व अनुष्ठान करें, पूज्य संतों द्वारा दिए गए विजय महा-मंत्र – “श्रीराम जय राम जय जय राम” का जाप करें तथा अयोध्या के भव्य-दिव्य कार्यक्रम के सीधे प्रसारण को साक्षात देखें, आरती में अपना स्वर मिलाएं, प्रसाद बांटें और इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के प्रत्यक्षदर्शी बनकर आनंद मनाएं।
विहिप कार्याध्यक्ष ने दिल्ली में आयोजित एक प्रेस वार्ता में कहा कि गत 5 नवंबर को श्री राम मंदिर में पूजित अक्षत (पीले चावल) कलश संगठन की दृष्टि से बने 45 प्रांतों में भेजे जा चुके हैं। तीर्थ क्षेत्र न्यास के आह्वान पर इस अक्षत निमंत्रण को लेकर, विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता अन्य हिंदू संगठनों से मिलकर, 1 जनवरी से 15 जनवरी के बीच, देश के नगर ग्रामों में, हिंदू परिवारों तक जाएंगे। ऐसा ही कार्यक्रम विदेशों में रहने वाले हिन्दुओं के लिए भी आयोजित किया गया है। प्रत्येक परिवार को हम इस निमंत्रण के साथ भगवान और उनके मंदिर का पूजा में रखने लायक एक चित्र और अन्य आवश्यक जानकारियां भी देंगे। हमारा अभी तक का आँकलन है कि यह आयोजन विश्व भर में 5 लाख से अधिक मन्दिरों में अवश्य होगा और करोड़ों-करोड़ हिंदू इसमें सहभाग करेंगे।
इस बार हम समाज के पास कुछ मांगने नहीं जा रहे। इसलिए इस कार्य में जुटी टोलियाँ या कार्यकर्ता कोई भी भेंट, दान या अन्य सामग्री स्वीकार नहीं करेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि 1984 से चले मुक्ति अभियान में लाखों हिंदुओं की सहभागिता रही है। अनेक मुक्ति योद्धा बलिदान भी हुए हैं या अब इस दुनिया में नहीं हैं। उनके भी परिवार, उनके स्वप्न की इस पूर्ति को देखना चाहते हैं। विहिप ने देश को 45 भागों में बांटकर प्रत्येक भाग के लिए 27 जनवरी से 22 फरवरी के बीच में उस भाग के लिए निश्चित दिन अयोध्या पधारने का निवेदन किया है। ऐसे लगभग 1 लाख लोगों के दर्शनों की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने आह्वान किया कि 22 जनवरी की पुण्य रात्रि को प्रत्येक हिंदू परिवार कम से कम 5 दीपक अवश्य जलाए और उसके बाद किसी भी दिवस को सपरिवार, ईष्ट-मित्रों सहित अयोध्या दर्शन हेतु पधारें। विश्व हिंदू परिषद को विश्वास है कि रामजी का यह मंदिर विश्व में हिंदुओं में समरसता, एकत्व व आत्मगौरव का संचार करेगा और भारत को परम वैभव की ओर ले जाने के लिए एक राष्ट्र मंदिर बन कर उभरेगा।
जारी कर्ता :
विनोद बंसल
राष्ट्रीय प्रवक्ता
विश्व हिंदू परिषद
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