मत पेटी देगी ममता जी को उनके अहंकार का उत्तर: आलोक कुमार



प्रैस वक्तव्य:

 

नई दिल्ली। मई 19, 2024। विश्व हिंदू परिषद ने आज कहा है कि यह लोकतंत्र में शर्म की बात है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री सुश्री ममता बनर्जी जी ने एक सार्वजनिक सभा में विश्व भर में सम्मान रखने वाली तीन आध्यात्मिक - धार्मिक संस्थाओं पर निशाना साधा है। यह संस्थाएं हैं, भारत सेवाश्रम संघ, श्री रामकृष्ण मिशन एवं इस्कॉन। ममता जी की शिकायत है कि यह तीनों संस्थाएं चुनाव में भाजपा की मदद कर रही हैं। अपने एक वक्तव्य में विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्री आलोक कुमार ने कहा है कि ममता जी के अहंकार का उत्तर बंगाल की जनता मत पेटी के माध्यम से देगी। उन्होंने कहा कि ममता जी के आरोप सच नहीं है। ये तीनो संस्थाएं राजनीति से परे व अपने चुने हुए आध्यात्मिक मार्ग पर चल रही है। बहरहाल, यदि यह मान भी लिया जाएं कि इन में से किसी ने या इनके किसी पदाधिकारी ने भाजपा की मदद की भी हो, तो भी, लोकतंत्र में इसकी शिकायत की क्या बात है! क्या चुनाव में किसी का समर्थन / विरोध करना, सब का सहज लोकतान्त्रिक अधिकार तथा कर्तव्य नहीं है? विहिप अध्यक्ष ने आगे कहा कि इनमें से एक संगठन को उनकी सरकार ने 700 एकड़ जगह दी थी। हम विश्वास करते है सरकार ने यह काम कानून के अनुसार ही किया होगा। पर क्या इसके लिए, संस्था को जीवन भर ममता जी का ऋणी रह कर समर्थन करना पड़ेगा? एक आध्यात्मिक संस्था को उसके अच्छे कामों के लिए जमीन दी थी या उसके बदले ममता जी ने आजीवन अपनी पार्टी के लिए समर्थन का सौदा किया था? उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री जी की भाषा आक्रामक व अपमानजनक है। इसमें धमकी है। यह सनातन पर हमला है। आत्मवान संस्थाएं इस से विचलित नहीं होती। हम मुख्यमंत्री के कथन की निंदा करते है। विश्व हिन्दू परिषद् (विशेष रूप से पश्चिम बंगाल के धर्म प्रेमी हिन्दू समाज से) आग्रह करती है कि वह अपने धर्मगुरुओं व आध्यात्मिक संगठनों के पीछे दृढ़ता से बने रहे। हम देश की जनता से आह्वान करते हैं कि सनातन को समर्थन देने वाले संगठनों व नेताओं को मत पेटी के रास्ते विजयी बनाएं । लोकतंत्र में यह प्रभावी होता है।

 

প্রেস বিবৃতি:

ব্যালট বাক্স মমতা জি কে তার অহংকারের জবাব দেবে: অলোক কুমার

 

নতুন দিল্লি, 19 মে, 2024 - বিশ্ব হিন্দু পরিষদ আজ বলেছে যে এটা গণতন্ত্রের জন্য লজ্জার বিষয় যে পশ্চিমবঙ্গের মুখ্যমন্ত্রী সুশ্রী মমতা বন্দ্যোপাধ্যায় একটি জনসভায় সর্ব বিশ্ব সম্মানিত তিনটি আধ্যাত্মিক-ধর্মীয় প্রতিষ্ঠানকে টার্গেট করেছেন । এই প্রতিষ্ঠানগুলি হল ভারত সেবাশ্রম সংঘ, শ্রী রামকৃষ্ণ মিশন এবং ইসকন। মমতাজির অভিযোগ, এই তিনটি সংস্থাই নির্বাচনে বিজেপিকে সাহায্য করছে। তার একটি বিবৃতিতে, ভিএইচপি আন্তর্জাতিক সভাপতি অ্যাডভোকেট শ্রী অলোক কুমার বলেছেন যে বাংলার মানুষ ব্যালট বাক্সের মাধ্যমে মমতাজির অহংকারের জবাব দেবে। তিনি বলেন, মমতাজির অভিযোগ সত্য নয়। এই তিনটি সংগঠন রাজনীতির বাইরে এবং তাদের নির্বাচিত আধ্যাত্মিক পথে এগিয়ে চলেছে। তবে, এমনকি যদি ধরে নেওয়া হয় যে তাদের কেউ বা তাদের কোনো কর্মকর্তা বিজেপিকে সাহায্য করেছেন, তাহলে গণতন্ত্রে অভিযোগ করার কী আছে? নির্বাচনে কাউকে সমর্থন/বিরোধিতা করা কি সবার সহজাত গণতান্ত্রিক অধিকার ও কর্তব্য নয়? ভিএইচপি সভাপতি আরও বলেছেন যে মমতাজীর সরকার এই সংস্থাগুলির মধ্যে একটিকে 700 একর জমি দিয়েছে। আমরা বিশ্বাস করি, সরকার আইন অনুযায়ী এ কাজ করেছে । কিন্তু এর জন্য সংগঠনকে কি মমতাজির কাছে ঋণী থাকতে হবে এবং সারাজীবন তাঁকে সমর্থন করতে হবে? একটি আধ্যাত্মিক সংস্থাকে তার ভাল কাজের জন্য জমি দেওয়া হয়েছিল নাকি এর বিনিময়ে মমতাজি তার দলের জন্য আজীবন সমর্থনের চুক্তি করেছিলেন! তিনি আরও বলেন, মুখ্যমন্ত্রীর ভাষা আক্রমণাত্মক ও অপমানজনক। এর মধ্যে হুমকি রয়েছে। এটা সনাতনের উপর হামলা। স্বনির্ভর সংস্থাগুলি এতে বিচলিত হয় না। আমরা মুখ্যমন্ত্রীর বক্তব্যের নিন্দা জানাই। বিশ্ব হিন্দু পরিষদ (বিশেষ করে পশ্চিমবঙ্গের ধৰ্ম প্রেমী হিন্দু সমাজ কে) নিজের ধৰ্ম গুরু ও আধ্যাত্মিক সংগঠনগুলোর পাশে দৃঢ়ভাবে দাঁড়ানোর আহ্বান জানায়। আমরা দেশের জনগণের কাছে সনাতনকে সমর্থনকারী সংগঠন ও নেতাদের ব্যালট বাক্সের মাধ্যমে বিজয়ী করার আবেদন জানাই। গণতন্ত্রে এটি প্রভাবি হয় . জারি কর্তা : বিনোদ বংসল্ রাষ্ট্রীয় মুখপাত্র বিশ্ব হিন্দু পরিষদ

Video :  https://youtu.be/T55Iqxt6VQU

 

Issued By
विनोद बंसल राष्ट्रीय प्रवक्ता विश्व हिंदू परिषद